राजस्थान में इन दिनों राइजिंग राजस्थान को लेकर जमकर सियासत हो रही है। कांग्रेस के महासचिव सचिन पायलट ने भी राइजिंग राजस्थान को लेकर सरकार को घेरा। सचिन पायलट ने केंद्र सरकार और भजनलाल सरकार पर जमकर निशाना साधा। और सरकार की नीतियों को विफल बताया। ‘राइजिंग राजस्थान’ इन्वेस्टमेंट समिट पर तंज कसते हुए सचिन पायलट ने कहा कि 35 लाख करोड़ रुपये के एमओयू जनता को लुभाने के लिए जल्दबाजी में किए गए हैं। उन्होंने कहा, 'न निवेश आ रहा है और न ही उद्योगपति सरकार के फोन उठा रहे हैं। यह सब सिर्फ दिखावा है।' सचिन पायलट ने कहा कि सरकार के मुंह से गलती से 35 लाख करोड रुपए निवेश आने की बात निकल गई है। शायद दिल्ली में बैठे हुए अपने आकाओं को खुश करने के लिए बात कह दी है। पायलट ने कहा की जब मुख्यमंत्री खुद यह कह रहे हैं कि उद्योगपति सरकार का फोन नहीं उठा रहे तो यह सरकार की साख पर बहुत बड़ा सवाल खड़ा करता है। सरकार पर कौन भरोसा करके यह निवेश करेगा। सचिन पायलट ने कहा कि भाजपा सरकार केवल प्रचार में लगी हुई है और धर्म के नाम पर तनाव पैदा कर रही है। विधानसभा में विधायक एक-दूसरे को पाकिस्तान कह रहे हैं यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक संकेत है।
पेपर लीक मामले को लेकर पायलट ने सरकार को घेरा
सचिन पायलट ने पेपर लीक मामले को लेकर भी सरकार को घेरा। पायलट ने कहा कि जब भाजपा सरकार सत्ता में आई थी तो बड़े-बड़े मगरमच्छों को पकड़ने की बात कह रही थी। लेकिन अभी तक केवल कुछ छोटे अपराधियों को ही पकड़ा गया है। केंद्र और राज्य में भाजपा की सरकार होने के बावजूद भी बड़ी मछलियों तक सरकार नहीं पहुंच पाई है। इससे साफ है कि कुछ तो छुपाया जा रहा है। पायलट ने कहा कि राज्य सरकार के पास बड़ी एजेंसी होने के बावजूद भी असली दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। अब तो जनता भी जवाब मांग रही है सरकार आखिर किस बचाने की कोशिश कर रही है। पायलट ने वक्फ संशोधन बिल को लेकर कहा कि सरकार ऐसे समय में यह बिल ला रही है जब देश की अर्थव्यवस्था दबाव में है। उन्होंने कहा, अमेरिका ने आर्थिक अतिक्रमण कर रखा है, टैरिफ बढ़ा दिए गए हैं, करोड़ों लोगों के रोजगार पर खतरा मंडरा रहा है, ऐसे में सरकार ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। सरकार देशहित के सवालों से घबरा रही है और ऐसे संशोधन विधेयक लेकर आ रही है ताकि संसद में विपक्ष सवाल न उठा सके। धर्म के नाम पर लोगों को बांटने की कोशिश हो रही है।
सचिन पायलट ने पूछा- आखिर फोन टैपिंग मामले में सरकार क्यों है चुप
राजस्थान सरकार पर हमला बोलते हुए सचिन पायलट ने कहा कि एमएसपी पर कानून बनाने की बात हो या फिर किसानों को बोनस देने का सवाल हो इस पर सरकार की कोई स्पष्ट नीति नहीं है। प्रदेश में अपराध बढ़ रहे हैं पुलिस पर हमले हो रहे हैं लेकिन सरकार मुक्क दर्शक बनी हुई है। सचिन पायलट ने कहा कि ऐसा लग रहा है जैसे सरकार अपने आप ही चल रही है। भीलवाड़ा सहित प्रदेश के कई हिस्सों में पुलिस पर हमले हो रहे हैं। प्रशासनिक नियंत्रण नहीं है। आपस में मन मुटाव इतना ज्यादा हो रहा है कि सही से काम भी नहीं हो पा रहा। सचिन पायलट ने सवाल करते हुए पूछा कि क्या सरकार दिल्ली से चल रही है। यह सरकार को अधिकारी चला रहे हैं। सचिन पायलट ने फोन टैपिंग मामले को लेकर भी जिक्र किया। सचिन पायलट ने किरोड़ी लाल मीणा के आरोपों पर सरकार को घेरा। और कहा की सरकार इस मुद्दे पर जवाब देने से बच रही है। सरकार आखिर फोन टैपिंग मामले में क्यों चुप हैं। क्या सरकार खुद नहीं जानती कि उनके मंत्री कौन है और कौन नहीं।